मार्ग का बड़ा हिस्सा राजस्थान से होकर के गुजरता है।राजस्थान में, यह हनुमानगढ़ जिले के सांगरिया शहर से होकर के आपस में मिलती है और बीकानेर, बाड़मेर,जोधपुर, को पार करते हुए जालौर जिले से होकर के सांचोर शहर के पास में समाप्त होती है।

Amritsar-Jamnagar Expressway : एक्सप्रेसवे देश में ज्यादा से ज्यादा राजमार्ग और एक्सप्रेसवे बनाए जारहे हैं। ऐसे में राजस्थान में भी विकास पकड़ रहा है। आप को बता दे की केंद्र सरकार लगातार लगी हुई है लोगों की लम्बी दुरी का सफर आसान और कम करने में लगी है।
बता दे की यह एक्सप्रेसवे दुनिया के दूसरे और सबसे बड़े रेगिस्तान थार से होकर के गुजरेगा और तक़रीबन 650 किमी तक, आपको दोनों ही तरफ सिर्फ रेत ही दिखाई देगी। इस को देश का दूसरा व सबसे लंबा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जयादातर काम पूरा कर लिया है और इसी साल यानि की दिसंबर तक इसके शुरू होने की उम्मीद जताई जारही है।
हम जिस मार्ग के बारे में बात कर रहे हैं वह अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का हिस्सा है। यह एक्सप्रेसवे पंजाब हो कर के गुजरात तक चलता है और दोनों शहरों हो कर के बीच एक औद्योगिक गलियारा बनाता है।एक्सप्रेसवे के तीन खंड होंगे। इसका सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान से होकर के गुजर रहा है, जो की थार रेगिस्तान के बीच में बनाया जा रहा है।इस प्रकार, यह कहा जा सकता है कि इस बार एनएचएआई रेगिस्तान की छाती को फाड़कर के एक एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है।
राजस्थान के 12 जिलों से होकर के गुजरेगा एक्सप्रेसवे
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई करीब 1,257 किलोमीटर है, इसका निर्माण 6 से 8 लेन में किया जा रहा है। मार्ग का बड़ा हिस्सा तो राजस्थान से होकर के गुजरता है।राजस्थान में, यह हनुमानगढ़ जिले के सांगरिया शहर से होकर के आपस में मिलती है और बीकानेर, बाड़मेर,जोधपुर को पार करते हुए जालौर जिले की तरफ सांचोर शहर के पास समाप्त होती है।
पूरा मार्ग करीब 655 कि. मी. का है, जिसका अधिकांश भाग रेगिस्तान से होते हुए गुजरता है।वास्तव में, राजस्थान में सबसे ज्यादा रेगिस्तानी क्षेत्रों वाले 12 जिले हैं, जिनमें से यह मार्ग 5 जिलों से होकर के गुजर रहा है।
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26 घंटे की जो दुरी है वो 13 घंटे में होगी तय
पंजाब में अमृतसर से लेकर के गुजरात के जामनगर तक जाने में ही करीब 26 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद में यह दूरी तक़रीबन 12 से 13 घंटे में ही पूरी हो जाएगी।इतना ही नहीं, केवल राजस्थान खंड को ही पार करने में 12 घंटे तक का टाइम लगता है, जबकि इस एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद में पूरा मार्ग लगभग 12 घंटे में ही पूरा हो जाएगा।यह एक्सप्रेस-वे राजस्थान के अलावा भी पंजाब, हरियाणा और वही गुजरात के कई जिलों से होकर गुजरेगा।
दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे से भी बढ़ाएगा कनेक्टिवटी
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे को पाकिस्तान की सीमा के पास बनाया जा रहा है।यह एक्सप्रेस-वे न केवल इन दोनों औद्योगिक शहरों के बीच में संपर्क में सुधार करेगा, बल्कि गुजरात से कश्मीर तक का भी राश्ते को भी आसान बना देगा।एक्सप्रेसवे को दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे को भी जोड़ा जाएगा, जो की अमृतसर के पास से गुजर रहा है।इस तरह गुजरात से होकर के अमृतसर होते हुए कटरा और फिर कश्मीर तरफ तक सीधा सड़क संपर्क होगा। इस पर तक़रीबन 80 हजार करोड़ रु खर्च होंगें।
