चिड़ावा। बंगाल के एक युवक निर्मल मालाकार को चिड़ावा में भटकते हुए पाया गया। निर्मल पिछले दो महीनों से चिड़ावा शहर और आसपास के क्षेत्रों में भटक रहा था। उसकी हालत इतनी खराब थी कि उसके पैर में घाव हो गए थे और कीड़े पड़ गए थे। जानकारी के अनुसार निर्मल दो महीने पहले मुंबई से अपने गांव पश्चिम बंगाल जा रहा था।
बंगाल के निर्मल का चिड़ावा में रेस्क्यू

रास्ते में ट्रेन में उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड और कपड़े चोरी हो गए। जिसके बाद वह भटकता हुआ चिड़ावा पहुंच गया। निर्मल की हालत की जानकारी जीव रक्षा दल और त्रिलोक रक्षकाय फाउंडेशन अड्डुका को पता चली तो उन्होंने उसकी सुध ली।
गौसेवकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिस पर चिड़ावा थाने से एएसआई प्रह्लाद यादव मौके पर पहुंचे। अनूप भाटी, अनुराग सिंह, अंकित वर्मा, अजय नायक, चंदगीराम, अनूप सिंह, राकेश करोल आदि गौसेवकों ने निर्मल को चिड़ावा उप जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। निर्मल के पैर में कीड़े पड़े हुए थे और 2-3 दिन और इलाज नहीं मिलता तो पैर कटने की कगार पर था। यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि कैसे कुछ लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।